Answer:
Heyy... Hope this helps.. If yes plz mark me as BRAINLIEST.. Plz?
Actually... I wrote a Para... So select some lines from it... Tysm..
Explanation:
जिस प्रकार मानव जीवन के लिए वायु, जल तथा भोजन की आवश्यकता है इसी प्रकार व्यायाम भी मानव जीवन के लिए आवश्यक है । इसकी कमी से मनुष्य का जीवन दुर्बल और अनेक रोगों का घर बन जाता है ।
व्यायाम से शारीरिक शक्ति बढ़ती है, स्वास्थ्य ठीक रहता है । मनुष्य धन कमा सकता है परन्तु उस धन से स्वास्थ्य नहीं प्राप्त कर सकता । व्यायाम करने से शरीर हल्का और फुर्तीला बन जाता है । उत्साह में वृद्धि होती है और पाचन शक्ति तेज होती है । पटठे और हड्डियां दृढ़ हो जाती हैं । मस्तिष्क का विकास होता है क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है ।
व्यायाम अनेक प्रकार से किया जाता है । दण्ड पेलना, मुग्दर, कुश्ती खेलना, कबड्डी, सैर करना आदि अनेक प्रकार के व्यायाम हैं, परन्तु जो व्यायाम धीरे-धीरे हो वह उत्तम है । नियम से प्रतिदिन व्यायाम करना लाभदायक होता है । व्यायाम अपनी शक्ति से बढ़कर कभी नहीं करना चाहिए । थकावट अनुभव होने पर व्यायाम छोड़ देना चाहिए ।
जैसे जैसे शक्ति का संचार अधिक हो, वैसे वैसे व्यायाम की मात्रा बढ़ाई जा सकती है । शक्ति से बढ़कर व्यायाम करना हानिकारक सिद्ध होता है । शीतकाल तथा बसंत ऋतू व्यायाम के लिए बहुत अच्छी है । गर्मी तथा वर्षा के मौसम में कम व्यायाम करना चाहिए । स्वास्थ्य बहुमूल्य धन है जिसने पा लिया उसने सब कुछ पा लिया । अतः सभी को प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए ।