Answer:
सारंगी , इसराज, दिलरुबा, तारशहनाई, सरोद, बांसुरी आदि वाद्य संगत के लिए उपयोग में लाए जाने लगे। आधुनिक काल के आते -आते हारमोनियम, वाइलिन आदि पाश्चात्य वाद्यों का भी प्रयोग शास्त्रीय संगीत में संगत वाद्य के रूप में किया जाने लगा।
Wait ... who is this joe you speak of?
Answer:
Hello, my day has been quite good. And yourself?
Climax is the turning point