प्रेमचंद जी द्वारा रचित सद्गति एक बहुत ही दर्दनाक कहानी है जिसमे उन्होंने समाज की क्रूरता ... इसलिए इस कहानी को सद्गति नाम दिया गया है क्योंकि पूरे दिन के पश्चात् दुखी को अपने ... आग, हवा, जल, ये चीज़ें किसी जात के लिए नहीं बनी है, परन्तु आज भी कुछ गाओं में, दलितों को ... जब पंडित जी बाकी लोगो की समस्याओं का समाधान निकाल रहें हैं, वे एक युवक को कहते हैं कि ...